अचानक लिफ्ट बंद हो जाये तो क्या करें?
नमस्कार दोस्तो sharmaguidance ब्लॉग पर आपका स्वागत है। आज मैं आपको एक नई और महत्वपूर्ण जानकारी बताने जा रहा हूं, जिसकी सही जानकारी न होने की वजह से कई बार लोग दुर्घटना के शिकार हो जाते है, अगर यह जानकारी अच्छी और उपयोगी लगे तो लाइक और शेयर करें
ऊंची बिल्डिंगों में रहने वालों का लिफ्ट के बिना काम नहीं चल सकता। लेकिन क्या आपको पता है बिल्डिंगों में रहने वालों के लिए लिफ्ट जितनी जरूरी है, उतना ही जरूरी है उनके लिए ये जानना कि आप लिफ्ट की कार्यप्रणाली को ठीक से समझें। कई बार लिफ्ट के दुर्घटनाग्रस्त होने, गिर जाने या फिर अचानक बंद हो जाने की खबरें आती हैं। आपके साथ भी ऑफिस, घर या कहीं किसी जगह लिफ्ट से जाते हुए ऐसा हादसा हो सकता है। आइए जानते हैं आखिर कैसे बच सकते हैं लिफ्ट में होने वाले इन हादसों से।
यदि आप किसी बिल्डिंग में लिफ्ट प्रयोग करते हैं और लिफ्ट बंद हो जाए तो सबसे पहले हमारे लिए यही जानना जरूरी है कि क्या करें और क्या ना करें। दरअसल, कई बार ऐसा होता है जब हम लिफ्ट में जा रहे होते है और अचानक लिफ्ट की लाइट बंद हो जाती है। ऐसे में उस वक्त हम बेचैन होकर लिफ्ट का बटन दबाना शुरू कर देते हैं, जिसका कोई फायदा नहीं होता उस वक्त हमें अपने फोन के लाइट के मदद से लिफ्ट में लगे अलार्म बंटन को दबाना चाहिए, जिसे हमें गार्ड से तुरंत मदद मिलेगी।
कुछ लोग लिफ्ट को अंदर से भी खोलने की कोशिश करते है, जो बिल्कुल भी न करें जिसका कोई फायदा नहीं होता है। लिफ्ट में एक पावर बटन लगा होता है, जिसे दबाने के कुछ वक्त बाद लिफ्ट चलनी शुरू हो जाती है। हमें पावर बटन दबाने के बाद धैर्य के साथ लिफ्ट में थोड़े समय तक इंतजार करना चाहिए।
...इसलिए फेल हो जाता है एडीआर सिस्टम :
घबराहट में सभी बटन एक साथ बार-बार न दबाए। अंदर से दरवाजा भी खोलने का प्रयास न करें। इससे एआरडी सिस्टम फेल हो जाता है। ऐसी स्थिति में लिफ्ट का संचालन सिर्फ टेक्निकल टीम ही कर सकती है। लिफ्ट में आपात स्थिति में होने के लिए डू एंड डोंट्स लिखे होते है उसका पालन करे।
लिफ्ट बंद होने पर क्या करें और क्या न करें
लिफ्ट बंद होने पर अंदर से गेट खोलने की न करें कोशिश : लिफ्ट बंद होने पर उसे पावर बैकअप और ऑटो जनरेट सिस्टम चलाता है। लाइट बंद होने पर यही सिस्टम करीब एक मिनट बाद शुरू हो जाता है। इससे लिफ्ट सबसे नजदीक वाले फ्लोर पर पहुंच जाती और गेट ऑटोमैटिक खुल जाते हैं। इसमें करीब तीन मिनट का समय लगता है। ऐसी स्थिति में बिना घबराए थोड़ा इंतजार करें। अगर फिर भी गेट नहीं खुलते हैं, तो अलार्म, कॉल या इमरजेंसी बटन को ही दबाएं। गेट अंदर से खोलने का प्रयास न करें।
पहले से ही क्षमता से ज्यादा हों तो लिफ्ट के अंदर प्रवेश नहीं करना चाहिए। इसके अलावा लिफ्ट के दरवाजे बंद हो रहे हों तो कभी भी उसे हाथ डालकर रोकना नहीं चाहिए। कई बार ये बहुत नुकसान पहुंचा सकता है। यहीं नहीं जोर-जोर से कूदना नहीं चाहिए। बटन को बार-बार दबाना नहीं चाहिए। इस मामले में बच्चों का विशेष तौर पर ध्यान रखना चाहिए।
बता दें लिफ्ट के अंदर कभी भी हमें सिगरेट का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। यह हमारे और साथ में मौजूद साथियों के जान के लिए खतरा भी बन सकता है। इसके धुएं से शॉर्ट सर्किट हो सकता है।
लिफ्ट के अंदर यह जरूर देखें : लिफ्ट लगाने के लिए मुख्य सतर्कता अधिकारी से अनुमति लेना होता है। आवेदन करने के बाद एक टीम लिफ्ट का निरीक्षण कर उसे अनुमति पत्र जारी करती है। यह अनुमति पत्र लिफ्ट के अंदर लगाना जरूरी होता है। अगर लिफ्ट के अंदर यह अनुमति पत्र नहीं लगा होता है, तो लिफ्ट अवैध रूप से लगाई गई है।
लिफ्ट का इतिहास
आपको बता दें कि लिफ्ट का निर्माण अमेरिका में रहने वाले ओटिस नाम के एक युवक ने किया था। इसका निर्माण लगभग सवा सौ वर्ष पहले हुआ था। लेकिन इसका इस्तेमाल तब सही से होने लगा जब इसके अंदर स्टील की मोटर पहिया लगा कर इस्तेेमाल शुरू हो गया। बड़े शहरों में कोई भी इमारत बिना लिफ्ट के नहीं बनती। लिफ्ट के सहारे लोग एक झटके में अपने मंजिल तक पहुंच जातेे हैं।